प्रिय फेसबुक मित्रों ! - TopicsExpress



          

प्रिय फेसबुक मित्रों ! लगता है आज का बच्चा,युवा, बुजुर्ग आदमी ना रहकर "भेड़" बनाना ज्यादा अच्छा मान रहा है.... वो अपने पूर्वजों को भी मानने से हिचकिचाने लगा है | चलो मान लेते है की उसकी बुद्धि पर कालिख जम गयी है, इसलिए वो सही और गलत का फैसला करने के काबिल नहीं रहा और ना ही उसमें हिन्दू सनातन सदग्रंथो को पढने और समझने की सामर्थ्य शेष रही है | फिर भी अपने दादा को तो नहीं भुला है ना !अगर सबको अपने दादा, दादी की इज्ज़त और उनकी बातो पर विश्वास है तो आज अपने बुजुर्ग जो ६० साल से ऊपर का है उनसे पूछो की क्या उन्होंने अपने बचपन में अपने घर के मंदिर में सिर पर कफ़न बांधे किसी बाबा की तस्वीर या मूर्ति लगी देखि है क्या ? क्या उन्होंने ऐसे किसी बाबा का नाम सुना था क्या ? नहीं ! तो ये चाँद मोहम्मद आपके मन/मंदिर में कैसे आके बैठ गया ? मैंने सुना है और शायद आप सबको भी पता हो की पीरो के पीर बाबा रामदेव पीर है जिनका रुणिचा धाम है | हिन्दुओ के आध्य गुरु शंकराचार्य है, लेकिन फिर भी आज तक कोई साप्ताहिक वार उनके नाम से नहीं है या उनकी पूजा/इबादत के लिए कोई विशेष दिन मुकरर नहीं है | फिर गुरुवार किसी फ़क़ीर के नाम कैसे हो गया | बड़ा दुःख होता जब कोई बच्चा अपने बाप को छोड़ कर किसी बहुरूपिये को अपना बाप मानने लगता है | असल में अनादी काल से ही गुरुवार देवताओं के गुरु बृहस्पति का दिन माना जाता रहा है , जिन्हें "प्रार्थना या भक्ति का स्वामी" माना गया है, और ब्राह्मनस्पति तथा देवगुरु भी कहलाते हैं, ये एक हिन्दू देवता एवं वैदिक आराध्य हैं। इन्हें शील और धर्म का अवतार माना जाता है, और ये देवताओं के लिये प्रार्थना और बलि या हवि के प्रमुख प्रदाता हैं। इस प्रकार ये मनुष्यों और देवताओं के बीच मध्यस्थता करते हैं।बृहस्पति हिन्दू देवताओं के गुरु हैं | ये नवग्रहों के समूह के नायक भी माने जाते हैं तभी इन्हें गणपति भी कहा जाता है। ये ज्ञान और वाग्मिता के देवता माने जाते हैं। इन्होंने ही बार्हस्पत्य सूत्र की रचना की थी। इनका वर्ण सुवर्ण या पीला माना जाता है और इनके पास दण्ड, कमल और जपमाला रहती है। ये सप्तवार में बृहस्पतिवार के स्वामी माने जाते हैं। ज्योतिष में इन्हें बृहस्पति (ग्रह) का स्वामी माना जाता है। गुरुवार को बृहस्पति भगवान का व्रत रखने से घर में हमेशा सुख-संपत्ति की बहार रहती है. इसलिए कृपया गलत सुचना प्रेषित ना करें और विश्वास करें अपने आप पर, अपने बाप पर, जो असल में सही और सनातन है, ना की कब्र में दफ़न किसी ढोंगी बाबा पर | अनंत कोटी ब्रम्हांड नायक राजाधिराज योगीराज परं ब्रम्हं श्री सच्चिदानंदा सदगुरु श्री बृहस्पति महाराज की जय जय गुरु बृहस्पति भगवान
Posted on: Sat, 10 Aug 2013 14:37:12 +0000

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