मित्रो उत्तरा खंड की भीषण तबाही पर क्या भविष्य के स्वप्न दृष्टा और दिग्गी के पसंदीदा प्रधान मंत्री राहुल जी का कोई सहानुभूति पूर्ण बयान इन आपदा पीड़ित लोगो के लिए आया क्या...? हजारो मरे और लाखों पीडितो से मिलाने और उन्हें सान्तवना देने भी गये क्या ..? मदद की तो बात ही छोडिये ..इस तरह कुम्भ मेले में सैकड़ो लोग इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर मरे थे तब भी राहुल जी नहीं गए ... लेकिन एक व्यक्ति के मरने पर चप्पल पहनकर और हाथ जोड़ कर फातिमा पढने कब्र पर जाना नही भूलते है .... समझ में नही आता कि क्या राहुल जी सिर्फ अल्पसंख्यक समाज के ही नेता है क्या ..? या राष्ट्रिय स्तर के..? या ऐसा करना सेकुलर कहलाने की अनिवार्य शर्त है ...? बहुसंख्यक समाज को इन नेतावों की मानसिकता पर गौर करना चाहिए ...?
Posted on: Sat, 22 Jun 2013 07:25:58 +0000
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