1. दलित:- 27-30 करोड़, 2. मुस्लिम:- 25-28 करोड़, 3. दक्षिण भारतीय 30-32 करोड़, 4. बौद्ध:- 1-2 करोड़, 5. बुद्धिजीवी पिछड़ा वर्ग:- 10-12 करोड़, 6. ईसाई:- 2-3 करोड़, 7.आर्य समाजी:-1 करोड़ ये आंकड़े उन लोगों के है जो या तो राम को नहीं मानते या उनसे नफरत करते हैं..! और फिर आज के परिवेश में देश को, मंदिर मस्जिद की नहीं पाठशालाओं, चिकित्सालयों और देशभक्त शासकों की आवश्यकता है ...!! मंदिर का मुद्दा सिर्फ और सिर्फ बीजेपी के सत्ता पाने की सीढ़ी है..! उससे अधिक कुछ नहीं इसीलिए बाबा रामदेव जी को चाहिए की वो बीजेपी और संघ के इस मकडजाल से दूर रहें ...!! क्यूंकि ना तो यह उनके संगठन के हित में है और ना ही देश के हित में ..!! अन्यथा बाबा जी का अस्तित्व ख़तरे में आने से कोई नहीं रोक पायेगा..! और वे भी संघ का ही एक घटक दल मात्र बन कर रह जायेंगे ..!! राष्ट्रहित सर्वोपरि जागो और जागो देश को बचाओ admin#06
Posted on: Sat, 23 Nov 2013 05:08:57 +0000
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