By Sundeep Dey झूठ नरेद्र मोदी ने - TopicsExpress



          

By Sundeep Dey झूठ नरेद्र मोदी ने नहीं बोला था, बल्कि अब नीतीश कुमार बोल रहे हैं। तक्षशिला तत्‍कालीन मगध और आज के बिहार में ही था। आचार्य चाणक्‍य वहीं के शिक्षक थे, जिन्‍होंने चंद्रगुप्‍त मौर्य को भारत का सम्राट बनाया। तक्षशिला का युवराज आंभि कुमार चंद्रगुप्‍त के साथ तक्षशिला में पढता था। मौर्य वंश के सत्‍ता में आते ही तक्षशिला तत्‍कालीन मगध यानी आज के बिहार के अधीन आ गया था। नीतीश का दूसरा झूठ सम्राट चंद्रगुप्‍त को लेकर था, जो गुप्‍त वंश के शासक और विक्रमादित्‍य के नाम से प्रसिद्ध थे। मैंने मोदी को पटना में सुना था, उन्‍होंने मौर्य वंश से इतर चंद्रगुप्‍त का उल्‍लेख किया था, जिसके कालखंड को स्‍वर्णकाल कहा जाता है। कालिदास, आचार्य वात्‍स्‍यायन आदि उसी के दरबार में थे। और नीतीश को यह भी पता होना चाहिए कि कालिदान व वात्‍स्‍यायन भी बिहार के ही थे। नीतीश कुमार का तीसरा झूठ सिकंदर को लेकर है। यह संसार जानता है कि सिकंदर चंद्रगुप्‍त मौर्य से लडे बिना ही लौट गया था। वह गंगा नदी को कभी पार ही नहीं कर सका। पंजाब में राजा पुरु के उसका अधीनता स्‍वीकार करने की कथा सर्वविदित है। जिससे पता चलता है कि पंजाब की नदियों के उसने पार किया था। बाद में सिकंदर के मरने के बाद उसके सेनापति सेक्‍युकस ने चंद्रगुप्‍त मौय से अपनी पुत्री की शादी की थी। नीतीश को कहिए वह मोदी को इंडियन मुजाहिदीन का इतिहास जानने में जरूर मात दे सकते हैं, भारत का इतिहास जानने में नहीं।
Posted on: Wed, 30 Oct 2013 12:37:07 +0000

Trending Topics



Recently Viewed Topics




© 2015