PROUD TO BE A BRAHMIN उवाच :: एक: क्रुद्धो ब्राह्मणो हन्ति राष्ट्रम् ।। - महाभारत ५.४०.८ Meaning: A Brahman can destroy an entire state with his rage. – Mahabharat 5.40.8 Gauri Mahadev :: ये फितूर आप अपने दिमाग से निकाल दीजिये ... प्रभु जी आपके कश्मीरी पण्डित और केरल (आदि शंकर जी की जन्मभूमि) में ... आपके ही भाई, मुल्ले बनकर गोमांस चबा रहें हैं फिलहाल तो आप ... अपनी धोती की चिंता कीजिये जो शीघ्र अति शीघ्र ...तहमत में परिवर्तित होने वाली हैं और आपकी चोटी ....बकरा दाढ़ी में ....
Posted on: Thu, 03 Oct 2013 06:29:36 +0000
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