अफसरों से तीन गुणा बिल दे - TopicsExpress



          

अफसरों से तीन गुणा बिल दे रहे रेल कर्मचारी Firozpur | अंतिम अपडेट 24 जुलाई 2013 5:33 AM IST पर Firozpur भीषण गर्मी में एसी की ठंडी हवा का आनंद लेने वाले रेल अधिकारी अपने रेलकर्मियों की तुलना में तीन गुणा कम बिजली बिल दे रहे हैं। इनकी कोठियों में दो से तीन एसी लगे हैं। रेल डिवीजन फिरोजपुुर के डीआरएम की कोठी नंबर-109 में तीन एसी लगे हैं और बिजली बिल प्रतिमाह 290 रुपये है। दर्जा चार व तीन रेलकर्मियों का बिजली बिल छह सौ से लेकर बारह सौ रुपये प्रतिमाह आता है। ये मामला आरटीआई कार्यकर्ता सुरेंदर कुमार ने सूचना अधिकार के तहत ली जानकारी से सामने आया है। आरटीआई कार्यकर्ता सुरेंदर ने बताया कि दर्जा चार व तीन रेलकर्मियों के घर में बल्ब व पंखे चलते हैं, उनका बिजली बिल प्रतिमाह छह सौ रुपये से 12 सौ रुपये आ रहा है। जिन अधिकारियों के घरों में एसी लगे हैं उनका बिल प्रतिमाह दो सौ से लेकर पांच सौ रुपये आता है। सीनियर डिवीजनल इलेक्ट्रिकल इंजीनियर का प्रतिमाह बिजली बिल 343 रुपये है, जबकि कोठी में एसी चल रहा है। एडीआरएम एसके सिंह का 24 महीने का बिजली बिल 4764 रुपये है, प्रतिमाह बिल 198 रुपये है। डीआरएम एनसी गोयल की कोठी में तीन एसी लगे हैं। इनका बारह महीने का बिल 3487 रुपये है, प्रतिमाह बिल 290 रुपये है। सीनियर डिवीजनल पर्सनल अधिकारी जेपी पांडे का बिजली बिल 27 महीने का 11316 रुपये है, प्रतिमाह बिल 419 रुपये है। पूरे डिवीजन का हिसाब-किताब चेक करने वाले सीनियर डीएओओ (आडिट विभाग) रमेश चंद का 24 महीने का बिजली बिल 2961 रुपये है, प्रतिमाह बिल 123 रुपये है। इसी तरह एडीएओओ एसके गर्ग की कोठी में दो एसी लगे हैं, इनका 27 महीने में बिजली बिल 5897 रुपये है, प्रतिमाह बिल 218 रुपये है। आरपीएफ के डिवीजनल सीनियर कमांडेंट अलोक कुमार की कोठी में दो एसी लगे हैं, इनका 24 महीने का बिजली बिल 15859 रुपये है, प्रतिमाह बिल 660 रुपये है। डिवीजनल सीनियर डीईई (टीआरडी) जेबी सिंह का 24 महीने का बिल 8251 है, प्रतिमाह बिल 343 रुपये है। सीनियर डीईएनई अभय कुमार 21 महीने का बिल 14136 रुपये है, प्रतिमाह बिल 673 रुपये है। सीनियर डीओएम (जी) एके शर्मा की कोठी में दो एसी लगे हैं, इनका 18 महीने का बिल 7516 रुपये है, प्रतिमाह बिल 417 रुपये है। बिजली विभाग के एसएसई शिव कुमार की कोठी में दो एसी लगे हैं, इनका 27 महीने का बिजली बिल 5786 रुपये है, प्रतिमाह बिल 214 रुपये है। असिस्टेंट आपरेटिंग मैनेजर अनिल कुमार का 21 महीने का बिजली बिल 5713 रुपये है, प्रतिमाह बिल 272 रुपये है। सीनियर डीएमई की कोठी में दो एसी लगे हैं, इनका 27 महीने का बिल 12172 रुपये है, प्रतिमाह 450 रुपये है। इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ अधिकारी पंकज त्यागी की कोठी में दो एसी लगे हैं, इनका 27 महीने का बिल 13743 रुपये है, प्रतिमाह बिल 509 रुपये है। डीपीओ पीके शर्मा का 18 महीने का बिल 3958 रुपये है, प्रतिमाह बिल 219 रुपये है। रेलवे अस्पताल के डा. एसपी शर्मा (सीनियर डीओएम) का 27 महीने का बिजली बिल 16052 है, प्रतिमाह बिल 594 रुपये है। डिवीजन के सीनियर लेखा अधिकारी डा. गिल की कोठी में तीन एसी लगे हैं, इनका 12 महीने का बिल 8286 है, प्रतिमाह बिल 690 रुपये है। एनआरएमयू नेता जनक राज शर्मा (लोको इंस्पेक्टर) का 27 महीने का बिजली बिल 5809 रुपये है, प्रतिमाह बिल 215 रुपये है। हैरानी की बात है कि इन अधिकारियों के बिल का बोझ अन्य रेलकर्मियों पर डाला जा रहा है। कुल 112 अधिकारियों के घरों में एसी लगे हैं। यूनियन से संबंधित कई रेलकर्मियों के घरों में अवैध तरीके से एसी लगे हैं। इसलिए इस मुद्दे को रेलवे की किसी यूनियन ने भी नहीं उठाया है। आरटीआई कार्यकर्ता सुरेंदर कुमार का कहना है कि इस मामले की रेलवे विजिलेंस जांच होनी चाहिए। इस मामले की जांच की जाएगी अफसरों और कर्मचारियों के बिजली बिलों में इतना अंतर क्यों आ रहा है, इसकी जांच करवाई जाएगी। -एसपी यादव, सीनियर डिवीजनल इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, रेलवे
Posted on: Wed, 24 Jul 2013 16:33:51 +0000

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