आज दिल्ली मे थी किराये के रैली तो जैसी थी थी उसके बाद जो हुआ वो बड़ा ही लाजवाब था, रैली के समापन पर अचानक आयोजको और भीड़ के बीच लड़ाई होने लगी, मालूम करने पर पता चला की कुछ लोगो को भीड़ मे लाने के लिए जो धनराशि तय की गयी थी नहीं दी जा रही थी साथ ही जिन वाहनो मे भरकर भीड़ को लाया गया था उनमे से कुछ वाहन वापस चले गए थे क्योंकि उन्हे एक ही तरफ के पैसे दिये गए थे। अब रैली मे आने वाली गरीब जनता अपने को ठगा महसूस कर रही थी क्योंकि न तो पैसे मिले, और वापस मे अपने पैसे खर्च कर आना पड़ा, जिसे देखो वो ही गालिया दे रहा था। हो भी क्यों ना जब टिकट मिलने का मापदंड भीड़ इकट्टा करना हो तो ये तो होना ही था। कापी.
Posted on: Sun, 29 Sep 2013 14:49:01 +0000
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