उत्तराखण्ड मे आयी विपदा - TopicsExpress



          

उत्तराखण्ड मे आयी विपदा मे हर व्यक्ति अपना सहयोग प्रदान कर रहा है परन्तु एक बात जो मुझे अचम्भित और निराश कर रही है वो ये कि देश के तमाम मंदिरो के व्यवस्थापको ने अब तक किसी तरह की मदद की घोषणा क्यो नही की? देश का सबसे ज्यादा दौलतमंद मन्दिर तिरुपति बालाजी का मंदिर है इसकी कुल सम्पत्ति 5200 करोड़ रु है, शिरडी वाले साई का मंदिर दूसरे नम्बर पर है जिसकी कुल आय लगभग 4000 करोड़ रु है, तीसरे नम्बर पर माता वैष्णो का मंदिर है जिसकी आय 500 करोड़ रु है. लेकिन उत्तराखण्ड की भयानक त्रासदी के बाद भी किसी धर्मस्थल के प्रबंधको ने पीड़ितो की सहायता हेतु अब तक कोई घोषणा नही किया, मंदिरो के पास जो अकूत धन है वो जनता का है उसका इस्तेमाल अगर जनहित मे किया जाए तो सबसे बड़ा धार्मिक व मानवीय कर्म होगा,आखिर धन के खजाने मे पड़े रहने या उसके गलत इस्तेमाल को कैसे स्वीकार किया जा सकता है? जबकि लोग मर रहे है. मुझे तो उम्मीद थी कि इस भयानक त्रासदी के बाद मंदिरो के प्रबंधको द्वारा पुर्नवास और इसके विकास के साथ पीड़ितो की सहायता के लिए घोषणाओ की झड़ी लग जाएगी, लेकिन दुख की बात है कि अब तक ऐसा नही हुआ. इस चुप्पी को आखिर किस रूप मेँ लिया जाए??? #$
Posted on: Thu, 27 Jun 2013 05:28:40 +0000

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