कुछ महा मुर्ख तथा कथित - TopicsExpress



          

कुछ महा मुर्ख तथा कथित विद्वानों प्राण वायु और ऑक्सीजन को एक कर एक बहुत विज्ञान को गर्त में धकेल दिया है। क्या है वो देखते है? सबसे पहले तो प्राण वायु और ऑक्सीजन वाले भ्रम को दूर करे। दोनों एक नहीं बल्कि एक दुसरे से बहुत ही भिन्न है। कैसे? देखते है। प्राण वायु उल्लेख गीता, वेद, आयुर्वेद, उपनिषद, पुराण और शक्ति तंत्र में मिलता है। सिर्फ भारत में ही नहीं चाइना में इसी प्राण को Chi शक्ति कहते है।उनका kung fu उन्हें इसी Chi शक्ति को सहेज कर स्वस्थ रहने की शिक्षा देता है। Maya सभ्यता में इसे Mana कहते थे; अर्थात मन की शक्ति। आज के आधुनिक युग में इसी शक्ति को कई नमो से जाना जाता है। कोई इसे Libido कहता है; तो कोई इसे Mesmer कहता है; नाम चाहे जो भी हो वो एक ही तत्त्व है जिसे सनातन धर्म की परंपरा की लाज रखें वाले ऋषि मुनियों ने इसे प्राण कहा। आधुनिक युग में इस प्राण को पुनर्जीवित करने का श्रेय Dr. Wilhelm Reich को जाता है। इन्होने अपने लेख में लिखा है की मनुष्य के साथ कोई पराभौतिक शक्ति जुडी हुई है जिसे आज के पढ़े लिखे लोग Biological Energy कहते है। Reich ऑस्ट्रिया में पैदा हुआ था और उसने अपने चर्रिएर की शुरुवात एक मनोविश्लेषक के तौर पे की थी।Reich ने बहुत ही अति महत्वपूर्ण खोजे की थी।उसने प्राण वायु को अंग्रेजी रुपंतार देते हुए एक नया नाम दिया Orgone Energy। Reich के मतानुसार ये ओर्गोन उर्जा सरे ब्रह्माण्ड में व्याप्त है। >>>हिन्दु शास्त्रों में भी प्राण वायु को सर्व व्यापी कहा गया है>>हिन्दू शास्त्र कई वर्षो से कहता आ रहा है की प्राण समस्त ब्रह्माण्ड में है
Posted on: Thu, 25 Jul 2013 20:42:40 +0000

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