दिल्ली गैंगरेप मामले में दोषियों को फांसी की सजा का बचाव कर रहे वकील ने दलील दी कि आरोपी अभी कम उम्र हैं, लिहाजा उन पर रहम किया जाए, क्या वकील साहब जिस बेरहमी से इन कुत्तो ने उस माशूम लड़की की इज्जत से खिलवाड़ किया था और उसे मौत के घाट उतर दिया था तब ये नाबालिक नहीं थे ये सब, अरे ओं वकील साहब यदि आपकी लड़की के साथ में ये होता तो भी आप क्या यही कहते की ""आरोपी अभी कम उम्र हैं, लिहाजा उन पर रहम किया जाए"" ऐसे देश के गद्दार दलालों से तो कानून का भरोसा उठता जा रहा है ये सब पैसे के लिए अपनी माँ बेटी बहन को कोठे पर भी बैठाल सकते है!! ऐसे वकीलों को सबसे पहले फांसी होनी चाहिए!! --------------------------------------------------------------------- विनय त्रिवेदी प्रदेश अध्यक्ष भारतीय युवा परिषद्
Posted on: Wed, 11 Sep 2013 09:57:06 +0000