पिछले 4 महिनो कि मेरी सत्य - TopicsExpress



          

पिछले 4 महिनो कि मेरी सत्य कहानी सब कुछ अच्छा चल रहा है,पिछले चार साल में कहि कोइ दिक्कत नही हुई!पर अचानक पता चला जयन्ति sir(Reg.head of xyz company) का transfer पुणे हो रहा है.आज से 2 साल पहले जब कौस्तुब(friend) जब xyz company छोड. Samsung गया तब आँखें नम हुइ थी और दुसरी बार अब(xyz स्टाफ में बाकि मेरी Team में 4 नाम और है संदीप,अजेन्द्र,लक्ष्मी,सन्नि) अब पता चला था कि अच्छे दिन फुर्र से निकल जाते है,पिछले चार साल कहा निकले पता हि नहि चला.पर किसे पता था कि आने वाला समय मुसिबतों से भरा पडा है,वह दिन भी आ गया जब जयन्ति सर भी चले गए.और उन कि जगह दुसरा मैनेजर आ गया mr. फ्राड .मि.फ्राड को कुछ दिनों में हि में समझ चुका हु और मेंने उनका नाम रक्खा है मोहम्मद तुगलक(ईतिहास का पागल बादशाह) .मि.फ्राड मेंरे प्रति काफी उदार है.मि.फ्राड वक्त-वक्त पर मेरी तारिफ व उनकि टीम को नाकाबिल कहते रहत है हालाँकि मि.फ्राड यह सब अपना उल्लु सिधा करने के लिए करते थे पर आगे जा कर यहि बात सच साबित भी हुई मि.फ्राड हर काम में मुझे आगे करते है,नए बीजनेस के लिए प्रपोजल तैयार करना हो,नए बीजनेस के लिए top managment के लोगो को प्रोपर्टी दिखाना हो,प्रोपर्टी सर्च करना हो.हर काम में और उसने एक और कमजोरी पकड ली कि हमारा M.D मेरें कहने पे जितना चाहे पैसा दे देता है!और उसने उसका जम कर फायदा भी उठाया.उसने 30-40 लाख हमसे बिजनेस में लगवा लिए.मगर उस मन्दबुद्धी को क्या पता कि जो देना जानता है वो लेना भी जानता है.अब वो समय आ गया था जब मि.फ्राड ने लगभग काम निकलवा लिए थे! एक दिन मैं और xyz कंपनी का यशराज new bussines जो आने वाला था के लिए वेयरहाउस देखने गए थे,और मेंरे एक Employee नलिन का फोन आया कि वह और बाकि स्टाफ लंच peirod में बाहर खडा हो के गपशप कर रहा था कि अचानक मि.फ्राड अपने 2-3 सहयोगीयों के साथ आ धमके और कहने लगे कि खडे क्यों हो काम नहि है क्या? कुछ Employee ने पलट जवाब दिया.कि अभी लंच peirod है.किसी ने कहा वेसे भी क्या कर लेगें 2 दिन से कनेक्टिविटी तो है नही.इस पर मि.फ्राड भडक गए. और कहने लगे,काम नहि करना है तो ताला लगा दो warehouse को etc.(नलिन के बताएनुसार मौकाएवारदात पर मैं मौजुद नहि था जैसा कि मैंने बताया कि मैं और xyz कंपनी का यशराज new bussines जो आने वाला था के लिए वेयरहाउस देखने गए थे,) जब तक मैं और यशराज warehouse पहुचें दंगा भडक चुका था.warehouse के बाहर हि मि.फ्राड ने यशराज को Top managment व हमारे M.D.को mail डालने का हुक्म दे डाला.(और तत्क्षण बेचारे यशराज ने हुक्म कि तामिल की.जिसका खामयाजा यह कहानी लिखे जाने तक वह भुगत रहा था.)अब वह समय और मौका मि.फ्राड ले आया था.जो उसका पहले दिन से उद्देश्य था फिर एक शाम मि.फ्राड ने एक प्रलोभन मिटींग बुलाई जिसमें सबसे पहले मुझे बुलाया गया हाँलाकि ईससे पहले कई बार सार्वजनिक रूप से कई बार ओनरोल 7लाख के पैकेज का ओफर दे चका था मि.फ्राड मुझे मेरे m.d से खिलाफात के लिए उकसाने लगे.मैंरे द्वारा साफ मना किये जाने पर उसकि स्थिति खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी हो गई ईस से पहले एक बार और जब कंपनी के लेटर हेड पर उसने debit note का acceptance चाहा था(मैंरे m.d के चौरी छुपे) और मैंने मना कर दिया था.बगावत् का पहा बीज उसी दिन डल चुका था मैरे द्वारा किसी भी प्रलोभन में न आने पर.उसने मैंरे 4 Executive को बुलाया सुकेश,नलिन,धनवान,moon light,और उन को पुछने लगा तुम को क्या Salary मिलती है हमारी तरफ से तुमExecutive का 16000 दिया जाता है,आदी पचास तरह कि बातें जो कि ईस लेवल के व्यक्ति को नही करनी चाहिए बाहर आ कर मेरी टीम ने सब कुछ बता दीया.फिर कुछ दिन बाद कंपनी का एक अफसर आया और उसने हमारे M.D.से मिटींग की बाहर आ कर हमारे M.D.ने मुझसे गाडी यानी उनकि कार मैं बैठने को कहा.मैं उनके साथ बैठ गया.थोडी दुर जा कर उन्होंने का रोक दि और मुझसे कहा--हमें नलिन कि बलि देनि पडेगी. यानि GPL.अब हमारे m.d.ने मि.फ्राड कि यह बात भी मान ली.अब एक बार फिर मि.फ्राड के ओर मेंरे सम्बंध मधुर हो चुके थे.पर किसे पता था कि मि.फ्राड अभी भी अपना उल्लु सीधा कर रहा था. कुछ दिनों कि नाराजगी के बाद फिर एक ऱोज मि.फ्राड मैंरे पास आया यह शनिवार का दिन था.मि.फ्राड कहने लगा --यार एक टास्क है जिसे तु हि पुरा कर सकता है,मैरी टीम तो नकारा है पिछले काफि दिनों से लगी है पर 0 Result.मैने कहा कहिए क्या करना है मि.फ्राड--- एक warehouse ढुढना है मैने कहा ईसमें क्या कठीनाई है.मि.फ्राड बौले कंपनी कि डिमांड यह है कि warehouse कि Hight 20 फिट होनी चाहीए(हम जहाँ थे वहा अमुमन Hight14,16 और अधिकतम 18 फिट थी) without पिल्लर rent not more then 8 rs per sq fit. दुसरे दिन रविवार को 11 को मैंने मि.फ्राड को 3-4 जैसा उनहोनें चाहा था प्रोपर्टी दिखाई.जिसमें से एक प्रोपर्टी मि.फ्राड को बहुत पसन्द आई.अब प्रोपर्टी final हो चुकि थी.अब बुधवार को जिस नई कंपनी के लीए प्रोपर्टी देखी गई थी उसके Finance के बंदे प्रोपर्टी visit करने आने वाले थे.ये काम भी मि.फ्राड ने मुझे सोंपा.नियत दिन नियत समय मैं एयर पोर्ट पहुच गया.Finance से 2 लोग आए थे. उनके साथ टेक्सी में बैठ कर हम finalized warehouse पर पहुचे उन्हे भी प्रोपर्टी पसंद आई परन्तु उनके कई question थे रैकिंग को लेके,कनेक्टीवीटी को लेके,lodind and unloding को लेके Transportation को लेके,साथ ही साथ operation से रिलेटेड भी कई doubtथे जिन्हे बडि सफाई व सुझबुझ के साथ clear किया अभी पुरा दिन मुझे उनके साथ रहना था.चुकिं उनकि फ्लाईट शाम को थी.मैंने पुरा दिन उनके साथ बिताया उन्होने वहि से आगे हरी झंडी दे दी. शाम को इन लोगों को विदा कर मैं वेयरहाउस पहुचा.मि.फ्राड मैंरा हि इन्तजार कर रहे थे.मैरे जाते हि वो लपके ओर पुछने लगे deal के बारे में.मैंने कहा मैं अपने मुहँ से क्या बौलु .आप हि फोन लगा कर पुछ लो.मि.फ्राड ने ताबडतौब फोन लगा कर पुछ भी लिया. कैसा क्या रहा ?वेयरहाउस पसन्द आया के नही आदि.सामने से जवाब सुनने पर मि.फ्राड अपनि सीट से खडे हो कर मुझसे हाथ मिलाते हुए बौले great gob done amit ,great job done.अब 2 दिन बाद नई कंपनी के लोग व xyz company के 2 अधिकारी final deal के लिए आने वाले थे..2 दिन बाद नियत समय पर मैं व मनोर दोनो एयरपोर्ट पहुच गए.आए हुए मेहमानों को ले कर हम ईनोवा से वेयरहाउस के लिए जा रहे थे कि रास्ते में मनोर के mobile पर मि.फ्राड का फोन आ गया और वो स्थिति कि जानकारी लेने लगे. मनोर द्वारा बताए जाने पर कि अमित और में मेहमानों को ले कर निकले है, मि.फ्राड ने कहा अमित को साथ मत लो वहि उतार दो.मनोर ने बडे हिचकिचाते हुए मुझे ये बात बताइ और मुझे बिच राह पालदा, इन्दौर 8-9 किलोमिटर दुर उतार दिया.जहाँ से मै आँटो कर इन्दौर आया. अब मि.फ्राड के सारे काम निकल चुके थे.ईसलिए कंपनि के self manage होने कि खबरे गरमाने लगी थी.और आखिरकार एक दिन महाप्रलय कि आखरि तारीख भी आ गई.28 फरवरी. चुंकि मेंरे पास as a manager multipal accounts कि जिम्मेदारी है. ईसलिए उन दिनो मैं काफि डिप्रेशन में आ गया था.1 मार्च से पहले मुझे सभी lob (line of bussiness) का FNF(full n finale) करना था.अब सबसे बडी जिम्मेदारी inventory कि थी.एक-एक चिज गिन-गिन कर handover करनी थी.मेरी टीम मेंरा पुरा साथ दे रही थी पर अचानक 10 ता. को नलिन ने बताया कि "कल से मैं नहि आउगां"उसने बताया कि उसको कहि job मिल गइ है चुकि नलिन बहुत बडा Account देखता था.(As a executive) उसकि सारी जानकारी उसी को थी.और उसका यु अचानक चले जाना मेरे लिए चिन्ता का विषय था. अब सारी टिम को एकजुट रखना बहुत बडा. काम था.रोज कोई न कोई नई अफवाह जोर पकडती.टिम को मोटीवेशनल स्पीच देकर, विडियो भेज कर,मेल पर motivational quot भेज कर जैसे तैसे टिम को एकजुट रख रहा था, FNF (FULL N FINAL) कि ओर HAND OVER TAKE OVER कि सारि तैयारी में मै व मेरि टिम युद्स्तर पर लगे हुए थे,आखिर 27 फरवरि का दिन भी आ गया.सुबह से ही हम STOCK COUNT ACTIVITY में भीड. गए थे पुरा दिन गुजर गया पर अभी आधा स्टोक हि हुआ था. टिम में तरह-तरह कि बाते हो रहि थी कोई कहता 1 करोड का माल कम है कोई कुछ,कोई कुछ क्योकि हमारे ऐक account में 2-2 4-4 करोड के सोफ्टवेयर थे 1 का भी कम होना यानी 4 करोड का जवाब मुझे देना था.रात कि 2 बजे रोनु,विपेन्द्र, ओर ईस टिम के अन्य लडको ने मुझसे नजर बचा कर drink(बियर) पी ली उनका drink(बियर) लेना भी लाजमि था क्रयोकि पिछले 18 घटों से लगातार कभी किसी बक्से पर तो कभी कीस बक्से पर चढना उतरना और यही Activity पिछले 5-6 दिनों से चल रहि थी.ओर xyz company कि टिम कमिनेपन पर उतर आई थी पिछले से सुख दुख हर मुसिबत का सामना कन्धे से कन्धा मिला कर किया था फिर आज अचानक ईतना अविश्वास क्यों ? ऐक-ऐक चिज 10-10 बार गिनी जा रहि है. किसी ने बताया कि xyz company कि टिम कि भी मजबुरी है क्योकि मि.फ्राड ने कहा है बाद में कुछ भी कम हुआ तो xyz company कि टिम कि salaray में से DEDUCT करेगे अब मैं मेदान में उतर चुका था और सुबह 6 बजे तक सरा STOCK हम गिना चुके थे .लगातार काम करते व जगते 27 घटे बित चुके थे. पर आखों मं नींद नहि थी क्योकि आने वाले कल से नौकरी नही रहनि थी.बार- बार करन व मोनु का चेहरा आखो के सामने घुम जाता. सबह 6.30 पे आखरी MAIL GOOD BYE का डाला जिसमें पिछले 5 सालों के ACCHIVMENT का जिक्र था व ईतने लम्बे कार्यकाल में 0% SHORTAGE AND 0% DEBIT.का गुरूर था. और आज LAST दिन तक 100% STOCK ACCURACY. वाकई गर्व कि बात थी.33000 SQ.FIT 5 साल क्योकि 700 SQURE FIT के मकान में भी कल रखी चिज आज नहि मिलती.TO में सभी xyz company के लोगों को व CC में मैरी खुद कि YAHOO कि MAIL ID को रक्खा.क्योंकि OFFICIAL ID को LAST बार USE करना था अगर कोई REPLAY करता है तो अब मुझे YAHOO कि MAIL ID पर पता चल सकता था मेल का जवाब आया.यशराज ने जवाब दिया था और जवाब में लिखा था.Acchiment में सभी का हाथ रहा.और 100% Accurecy नही कहि जा सकती,खैर उसकि दोनों बाते गलत साबित हुई और मेंरी दोंनो सहि .Acchiment केवल और केवल AMIT BHATT के MAMAGMENT के कारण हुए थे जिसका सबुत पिछले 2 मिहिनों से company top के managment लोग indore में पडे है फिर भी काम नहि सम्भल रहा है,(जब हम operation दखते थे 5 सालों में किसी को आने कि जरूरत नहि पडि ओर national winer and कई उपलब्धियाँ) और हमारे जाने के बाद debit hi debit.न जाने indore में कब company को ताले लग जाये. COMPANY के SELFMANAGE होने के 3 महीनों में हि कंपनी का INDORE में बंद होने के कगार पर आना. और मि.फ्राड ने नया वेयरहाउस एसी जगह ढुढा कि वेयरहाउस में चढते समय उनका पाँव टुट गया और दुसरी 100% STOCK ACCURECY वो भी हमने कर के दिया व 1 रूपये का भी DEBIT नहि लीया.अब बिना नौकरी के दिन रात घर पर निकालना मुश्किल था ऐसे बुरे वक्त में CP ने बहुत साथ दिया सुबह 10 बजे आ जाता व शाम 7 बजे तक मेरे साथ कडी धूप में भटकता. 3 महिने कैसे निकाले मत पुछो.फिर मुझे एक MNC COMPANY में अच्छे PACKGE व POST किJOB मिल गई व XYZ COMPANY मेरी सारि टिम को लेर भी नाकाम व नाकाबिल हि साबित ही हुई प्रोफेशनल जगत से जुडे बहुत से लोंगो को कहते सुना जा सकता है" किसी के जाने से company को कोई फर्क नही पडता " मगर मैं यह कहने का गुर्दा रखता हु कि "किसी के जाने से company को कोई फर्क नही पडता लेकिन सच्चे,कर्तव्यनिष्ठ,मेहनति दिलेर जाबाज.व्यक्ति के जाने से बहुत फर्क पडता है Amit Bhatt
Posted on: Thu, 22 Aug 2013 17:45:50 +0000

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