यदि आप "जैन" हैं और पश्चिम बंगाल में रहते हैं तो आपको लोन नहीं मिलेगा, लेकिन यदि आप मुस्लिम हैं तो बिलकुल मिलेगा... कोलकाता हाईकोर्ट ने संजीब कुमार जैन की याचिका पर कार्रवाई करते हुए "ममता बानू" को निर्देश दिया है कि"अल्पसंख्यक कल्याण" हेतु जितने भी लोन दिए जा रहे हैं, वह रोक दिए जाएँ. हाईकोर्ट नेयह कदम इसलिए उठाया क्योंकि संजीब जैन को एक लाख रूपए के लोन हेतु मना कर दिया गया. जबकि सन २००७ में ही पश्चिम बंगाल सरकार ने"जैन" समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा दियाहै... उल्लेखनीय है कि भारत में 13.4% मुस्लिम (आधिकारिक रूप से), ईसाई 3% (आधिकारिक रूप से), सिख 2% तथा जैन 0.4% हैं. परन्तु"भारत निर्माण" में लगे हुए सेकुलरों की निगाह में"अल्पसंख्यक"का अर्थ सिर्फ मुसलमान होता है. हाईकोर्ट ने एक और तमाचा जड़ते हुए सरकार से पूछा है कि प.बंगाल के कई जिलों में मुस्लिम जनसंख्या 35% से अधिक है, वहाँ उन्हें अल्पसंख्यक का दर्जा क्यों हासिल है??
Posted on: Thu, 18 Jul 2013 13:48:32 +0000