रसुले खुदा सल्ललाहु अलैही व सल्लम ने ईर्शाद फरमाया - खुदा की कसम ! मुझे तुम्हारे मालदार होने का डर नही , बल्की इस्का डर है कि तुम्हे दुनियां ज्यादा दे दी जाए, जैसे तुम से पिछले लोगों को दी गयी थी और तुम दुनियां में इसी तरह फंस जाओ , जैसे वे फंस गये थे । फिर तुम्हे दुनियां बर्बाद कर दे , जिस तरह उन्हे बर्बाद कर दीया था । - बुखारी , मुस्लीम गौर के काबील बात यह है की मालदार तो इस लीए दीनदार नही है की उनके पास माल है लेकान ताज्जुब यह है की आजकल के गरीब भी दिन से उतना ही दुर है , जितने मालदार, बल्की ईससे भी ज्यादा और वजह यह है की दीनदार का माहौल नही रहा , न मालदार के घरानों में न गरीबों के झोपडों में । - ابراہیم
Posted on: Sat, 29 Jun 2013 03:09:52 +0000
Trending Topics
Recently Viewed Topics
© 2015