सन् 2007 में अजमेर में हुए - TopicsExpress



          

सन् 2007 में अजमेर में हुए बम ब्लास्ट के एक आरोपी ने खुलासा किया है कि शिंदे और दिग्विजय ने उस पर मोहन भागवत को ब्लास्ट में फंसाने के लिए दबाव डाला था। अभी असीमानंद के समजौता एक्सप्रेस ब्लास्ट में हाथ नहीं होने की बात साबित हुयी ही थी की यह दूसरी खबर आ गयी है| ब्लास्ट के आरोपी ने बताया की दिग्विजय सिंह के कहने उसने संघ के पदाधिकारियों के नाम लिए | मिडिया चेनल जब भी आतंकवाद की चर्चा को बेलेंस करने की कोशिश करते हैं , इनका सारा ध्यान दाढीधारी , AK बंदूकें लहराते हुए "भटके" नौजवानों को छोड़कर साध्वी प्रज्ञा, कर्नल पुरोहित और असीमानंद पर आकर अटक जाता है |आखिर मिडिया के कुछ तत्त्व इस अभियान पर जोरो -शोरो से लगे हुए हैं | आजतक साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ चार्जशीट तक दाखिल नहीं हुयी है | मित्रो,यह भारत भूमि के पुत्र हैं | कोई अपने ही घर में अपनी माँ को बदनाम क्यों करेगा ? भारत की संतानों को बचपन में ही शिव-प्रताप की बातें इसीलिए सुनाई जाती हैं ताकि हिंदुत्व की जड़ों में गद्दारी ना आये | और इसीलिए हिंदुत्व की पहचान योग , आयुर्वेद और अध्यात्म से है |
Posted on: Wed, 25 Sep 2013 06:51:22 +0000

Recently Viewed Topics




© 2015