सुनो Rss चढ्ढी धारियो इस्लाम और कुरआन के दुशमनो ! कुरआन ही एक येसी किताब हे जिस्मे को तबदीली नही हुई जेसा 1450 साल पहले नाजिल हुवा था आज भी वेसा ही हे और रहती दुनिया तक येसा ही रहेगा! कोई इसका एक हर्फ तक नही बदल सकता ! अगर तुम्हारी ओकात हे तो बदल के दिखा दो ! Admin 06
Posted on: Fri, 25 Oct 2013 10:38:00 +0000
Trending Topics
Recently Viewed Topics
© 2015