FB 416 - जीवन कि आपाधापी में - TopicsExpress



          

FB 416 - जीवन कि आपाधापी में कब वक़्त मिला , कुछ देर कहीं पर बैठ कभी ये सूच सकूँ , जो किया कहा माना , उसमे क्या बुरा भला। जिस दिन मेरी चेतना जगी मैंने देखा मैं खड़ा हुआ हूँ इस दुनिया के मेले में , हर एक यहाँ पर एक भुलावे में भूला , हर एक लगा है अपनी अपनी दे ले में। कुछ देर रहा हक्का बक्का भौंचक्का सा , आ गया कहाँ क्या करूँ यहाँ जाऊँ किस जाँ , फिर एक तरफ से आया ही तो धक्का सा , मैंने भी बहना शुरू किया इस रेले में। Dr Harivansh Rai Bachchan ..
Posted on: Sun, 01 Dec 2013 20:25:43 +0000

Trending Topics



Recently Viewed Topics




© 2015