कुछ आर्य/हिन्दू इस्लाम - TopicsExpress



          

कुछ आर्य/हिन्दू इस्लाम में रज्म (पथर मारने) की सज़ा का मज़ाक उड़ाने के लिए एक मुस्लिम महिला पर पथर फेंकते मुस्लिम पुरुषों का कार्टून बनाया है। और इस से इस्लाम को शांति भंग करने वाला धर्म साबित करने की नीच कोशिश की है। सबसे पहले वे भूल गए कि इस्लाम में रज्म की सज़ा पुरुष और स्त्री दोनों के लिए है यदि उन्होने कुछ नीच अपराध किए हों। पर मुझे आश्चर्य होता है कि इनके अपने धर्म शास्त्रों में इसी प्रकार के दंड के प्रावधान के होते हुए ये इस्लामी सज़ाओं पर उंगली उठाते हैं। ज़रा देखिये तो इनके धर्म शास्त्र मनु स्मृति महिलाओं को किस प्रकार के दंड देने का हुक्म है। भर्तारं लङयेद् या तु स्त्री ज्ञातिगुनदर्पिता तां श्वभिः खाद्येद्राजी संस्थाने बहुसंस्थिते अर्थात, जो स्त्री अपने रूप, गुण के घमंड से पति का तिरस्कार करके व्यभिचार करे, उसको राजा सब के सामने कुत्तों से नोचवावे [मनुस्मृति अध्याय 8, श्लोक 371] अब कोई सयाना आर्य शायाद ये कहे की यह श्लोक तो प्रक्षिप्त है, तो उसकी जानकारी के लिए बता दूँ की यह श्लोक स्वामी दयानन्द ने अपनी पुस्तक सत्यार्थ प्रकाश के समुल्लास 6 मैं लिखा है। ओ नादान लोगो क्यों हमसे अपने धर्म की पोल खुलवाना चाहते हो? Admin 02
Posted on: Fri, 09 Aug 2013 18:49:54 +0000

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