*** जातिवाद *** नमस्ते , आप - TopicsExpress



          

*** जातिवाद *** नमस्ते , आप कौन हैं ? जी मैं एक ब्राह्मण हु , मेरे पिताजी एक पुजारी हैं | और आप ? सदर बाज़ार में मेरी इलेक्ट्रोनिक्स आइटम्स की दूकान हैं | ----------------------------------------------------------------------- नमस्ते , आप कौन हैं ? जी मैं एक क्षत्रिय हु , मेरे पिताजी किसी जमाने में गाँव के बहुत बड़े जमींदार थे | और आप ? मैंने टेलरिंग सीखी और अब दर्जी का काम करता हु | --------------------------------------------------------------------------- नमस्ते , आप कौन हैं ? मैं वैश्य समाज से हु , मेरे पूर्वज राजस्थान के सबसे बड़े व्यापारी संगठन को चलाते थे | और आप ? मुझे व्यापार में दिलचस्पी नहीं , मैंने आध्यात्मिक शिक्षा हासिल की , अब सरस्वती शिशु मंदिर में पढाता हु | ------------------------------------------------------------------------------------ नमस्ते , आप कौन हैं ? मैं एक दलित लड़का हु , मेरे पिताजी एक मोची हैं | और आप ? पिताजी ने मुझे बड़ी विकत परिस्थितियों में भी पढ़ाया , कड़ी मेहनत के बाद अब मैं एक मल्टीनेशनल कंपनी में सॉफ्टवयेर इंजीनियर हु | -------------------------------------------------------------------- ये कोई काल्पनिक कहानी या संवाद नहीं , स्कुल में पढ़ते वाले मेरे चार मित्रो की सच्ची कहानी हैं |और आज भी मैं सोचने पर मजबूर होता जाता हूँ की किसी को ब्राह्मण/क्षत्रिय/वैश्य या शुद्र कहने की वर्ण व्यवस्था किस आधार पर होनी चाहिये ... कर्म के आधार पर या जन्म के आधार पर ??
Posted on: Tue, 25 Jun 2013 16:49:56 +0000

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