पहले शोचालय फिर देवालय पर जो हिन्दू अर्थ का अनर्थ लगाना चाहते है भले ही लगाते रहो पर अर्थ का अनर्थ लगाने वाले हिन्दुओ से आग्रह है किर्पया अपनी दिनचर्या बदलो, हमारे हिन्दू धर्म में शोच क्रिया के बाद ही देवालय जाने की परम्परा है इसलिए जो हिन्दू भाई पहले देवालय जाते है फिर शोच क्रिया करते है उनसे आग्रह है देवालयों को अपवित्र ना करे सोच क्रिया के बाद ही देवालय जाए ये ही सही प्रक्रिया है......
Posted on: Thu, 03 Oct 2013 10:34:22 +0000
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