प्रिय दोस्तों आज अगस्त - TopicsExpress



          

प्रिय दोस्तों आज अगस्त का पहला रविवार है i अधिकतर एशिया महांदीप के देशों में मित्रता दिवस पहले रविवार को मनाया जाता है iऐसा कहा जाता है कि मित्रता दिवस की शुरुआत HallMark Cards के जनक Joice Hall ने 1930 में शुरुआत की थी i हमारे देश में एक बहुत पुरानी सुदामा और कृष्ण की मित्रता की इसी बेमिसाल है जो दुनिया में कहीं नही मिलतीi मित्रता केवल बाहरी दिखावे को देखकर नहीं होनी चाहिए जैसे बहुत महंगी कार, बहुत महंगा फ़ोन, खूबसूरत चेहरा, महंगी पोशाक, फर्राटेदार अंग्रजी बोलना इत्यादि i हम हिन्दुस्तानीयों में एक संकीर्णता है की हम अंग्रजी बोलने वालों से , अंग्रेजी संगीत से और अंग्रजी वस्तुओं को ज्यादा तरजीह देते हैं i बड़ी जल्दी प्रभावित हो जाते हैं, अंग्रेजी बोलना कोई बहुत बड़ी योगिता नहीं है i किसी भी भाषा को आप सीख सकते हैं i चीन ,जापान ,कोरिया ,जर्मनी ,रूस इत्यादि सभी अपनी भाषाओँ में बोलते और कामकाज काज करते हैं और हमसे कहीं ज्यादा विकसित राष्ट्र हैं iतो हमें हिंदी बोलने ओर लिखने में शर्म क्यों महसूस होती है ? लेकिन इसके साथ साथ अगर आपको अंग्रजी या कोई दूसरी भाषा का अच्छा ज्ञान है तो यह सोने पे सुहागा है i अंग्रेजी से भी नफरत मत करो क्योंकि यह एक सम्पर्क भाषा है ,जितने भी राष्ट्र मंडल (Common Wealth) देश हैं उनमें अंग्रेजी ही प्र्चल्लित है इसलिए अंग्रजी आना भी जरूरी है और जितना भी वैज्ञानिक अध्ययन है चाहे Medicine का हो या Engineering का हो अभी तक हमारे देश में अंग्रेजी में ही है इसलिए अंग्रेजी भी उतनी जरूरी है जितनी हिंदी या अन्य भाषा ,एक बार में BBC के बहुत प्रसिद्ध पत्रकार श्री मार्क टल्ली (Mark Tully) का साक्षत्कार टेलीविज़न पर सुन रहा था ,वो हिंदी के अच्छे जानकर हैं ,उन्होंने कहा की "जब में भारत में किसी से हिंदी में बात करता हूँ तो अक्सर लोग मुझे अंग्रजी में जबाव देते हैं ".i , मित्रता में चरित्र,सद्गुणों का संचार, ईमानदारी ,मित्र को सही राह दिखाना होना चाहिए i समाचार पत्रों , टेलीविज़न और बहुत सारे समाचार माध्यमो से प्रतिदिन कोई न कोई दुखद समाचार सुनने को मिलता है की लडकी के उपर लडके ने तेजाब फेंक दिया, रेप के बाद कत्ल कर दिया और छेड़छाड़ की वगैरह i Face Book या सोशल मीडिया में लोग एक दुसरे के मित्र बन जाते हैं और उनकी टिप्पणियों के अंदाज़ से उनके व्यक्तित्ब की झलक मिल जाती है इस लिए मित्रता में दिल और दिमाग को काब्बू में रखते हुए सही मित्रों का चयन करें , सोशल मीडिया पर आपको बहुत बुद्धिजीवी मित्र भी मिलेंगे और कुछ ऐसे भी मिलते हैं जो झूठा दिखावा करते हैं अपने प्रोफाइल में नकली फोटो ,गलत शेक्षणिक योगिता इत्यादि ,बहुत सारे व्यक्तियों को हम जानते हैं जो कालेज से ड्राप आउट्स हैं फिर भी HPU ,PU ,DU इत्यदि के नामों को साथ में जोड़ते हैं , दोस्तों सच सच ही होता हैं नकली जामा पहनकर सच को दबाया नहीं जा सकता कहीं न कहीं झलक मिल जाती है I इसलिए मित्रता में सही मित्र की पहचान , ईमानदारी ,बफादारी , खुद्दारी का होना बहुत जरूरी है i
Posted on: Sun, 04 Aug 2013 03:48:58 +0000

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