फिर एक होंगे भारत और - TopicsExpress



          

फिर एक होंगे भारत और पाकिस्तान यह कोई कोरी कल्पना नहीं बल्कि भविष्य का दर्पण (Future Reflection) है कि वो पाकिस्तान जो अगस्त 14 ,1947 को दो नेताओं की महत्वाकाँक्षाओं के टकराव (Ambitions Clash of two leaders) और सत्ताधारियोँ की आपसी कलह के परिणामस्वरूप पैदा हुआ था, उसके आने वाले 3 दशक के भीतर ही एक बार फिर से भारत के साथ एक होने के संकेत हैं। ऐसा होने की कईं संभावनाएँ भी बन रही हैं कि आने वाले 30 वर्षों में पाकिस्तान अपना वज़ूद खो दे। पाकिस्तान और भारत की कुन्डिलियों में बन रही गृहदशा (Planetary Positions of Birth-charts of India and Pakistan) संकेत कर रही है कि इस दशक के अंतिम वर्षों में पाकिस्तान में घोर आंतरिक गृहयुद्ध (Civil War) होने के संकेत हैं जिसका दमन वहाँ की सेना बलपूर्वक करना चाहेगी। साल 2016 से 2019 के बीच का समय पाकिस्तान और वहाँ की जनता के लिए बहुत गंभीर है। अंदरूनी तौर पर सेना द्वारा चलाया जा रहा पाकिस्तान का शासन एक समय पर खुद सेना के ही नियंत्रण से बाहर जा सकता है और भयंकर गृहयुद्ध के कारण पाकिस्तान की सेना को अपने हाथ अपने ही देशवासियों के खून से रंगने पड़ सकते हैं। उधर संकेत हैं कि पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी इलाकों व बलूचिस्तान के कबीलाई गुट (Tribal Groups of Baluchistan and North West Frontier Province) अफगानिस्तानी तालिबान के आतंकी संगठनों (Terrorist Outfits of Afghani Taliban) के साथ मिलकर पाकिस्तानी सेना के ख़िलाफ़ बड़ा भीषण संघर्ष करें। इस आंतरिक कलह के चलते असंतुष्ट पाकिस्तानी नागरिक भी सेना के विरुद्ध खड़े होकर वहाँ के हालात को और अधिक हिंसक बना सकते हैं। इस दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian economy and society would breathe a new life) और समाज में एक नवीन चेतना का संचार होगा जिससे भारत समृद्धशाली देशों की गिनती में शामिल हो जाएगा (India will be counted as a developed nation) और बौद्धिक और अध्यात्मिक सम्पन्नता का केन्द्र बन कर सारे संसार में ज्ञान का प्रकाश फैलाएगा। पाकिस्तान के बद्तर हालात (Worst Conditions of Pakistan) वहाँ की जनता को मजबूर कर देंगे कि वो एक बार फिर से भारत के साथ एक हो कर यहाँ की ही तरह तरक्की, शांति और कल्याण के रास्ते पर आगे चले। इस दौरान हो सकता है कि अमेरिका (United States of America) और चीन भी पाकिस्तान की स्थिति को संभालने का भरसक प्रयास करें और पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) के नियंत्रण खोने के बाद अमेरिकी सेना (American Army) उसे सहारा देने के लिए पाकिस्तान में तैनात हो जाए। साल 2025 के आसपास चीनी फौज (Chinese Army) भी अमेरिकियों को पाकिस्तान से बाहर निकलाने के लिए अपनी कूटनीति (Diplomacy) का भरपूर उपयोग करे सकती है क्योंकि उस समय तक चीन भी आर्थिक और सामरिक दृष्टि से विश्व शक्ति (World Power) बन कर उभर चुका होगा। लेकिन पाकिस्तान की बिगड़ी परिस्थितियाँ वहाँ की जनता को फिर से अपने पुराने परिवार के साथ एक हो जाने के लिए बाधित कर सकती हैं। और इस तरह हो सकता है कि 1947 की बन्दर-बाँट के कारण अलग हुए दो भाई एक बार फिर से एक-दूसरे के गले मिल कर ईद (Eid) मनाएँ और एक साथ मिठाई खाकर दिवाली (Diwali) की खुशियाँ।
Posted on: Mon, 26 Aug 2013 06:17:48 +0000

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