साम श्रद्धा : जीवन यज्ञ - TopicsExpress



          

साम श्रद्धा : जीवन यज्ञ (प्रणेता: पं. देव नारायण भारद्वाज) ViewEdit जीवन यज्ञ ओ३म् त्वमग्ने गृहपतिस्त्वं होता नो अध्वरे | त्वं पोता विश्ववार प्रचेता यक्षि यासि च वार्यम् ||साम ६१ || ......... भगवान आप यजमान आप | हमको देते वरदान आप ||... यह जीवन यज्ञ हमारा है | प्रभु वर इसका रखवारा है | अपनी प्रबल प्रेरणा देकर, प्रभुवर करते उत्थान आप || तुम यज्ञ पवित्र बनाते हो | चेतना तुम्हीं चमकाते हो | इस सृष्टि यज्ञ में रस भरते, सुरभित करते उद्दान आप || प्रभु सारा विश्व तुम्हारा है | सर्वस्व तुम्हीं पर वारा है | सब मान तुम्हारा करते हैं, देते सबको सम्मान आप || राजेन्द्र आर्य, संगरूर (पंजाब) 9041342483 Shanta Rani Arya CA Manish Arya Pardeep Arya Christchurch, New Zealand 362-A, Guru Nanak Pura, Sunami Gate, Sangrur-148001 (Punjab)
Posted on: Thu, 26 Sep 2013 11:56:04 +0000

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