[10/21, 16:33] Lovy Bhardwaj: E-Mail from a man in Sheffield to - TopicsExpress



          

[10/21, 16:33] Lovy Bhardwaj: E-Mail from a man in Sheffield to his friend in Birmingham: I was fed up with being burgled every other day in my neighbourhood. So, I tore out my alarm system & de-registered from our local Neighbourhood Watch. Ive planted a Pakistani flag in each corner of my front garden and a large Black Flag of ISI in its centre. Now,the Yorkshire police, the National Security Bureau, Scotland Yard, MI-5, MI-6, the CIA and every other intelligence service in Europe are all watching my house 24x7x365. My children are followed to school every day and my wife when she goes shopping. Im followed to and from work every day. So no one bothers me at all. Ive never felt safer. [10/21, 17:28] Lovy Bhardwaj: ISIS जिहादी आतंकवादी इराक और सीरिया से पकड़ी गई यजीदी तथा अन्य गैर इस्लामिक महिलाओं की सड़क पर खुलेआम बिक्री करते हुए । गुलामो की ऐसी मंडियां इस्लामिक इतिहास में इस्लाम के आरम्भ से है, जहां गैर-मुस्लिम पुरुष, स्त्री, बच्चे, वृद्ध आदि सबको कुरानी आदेश के अनुसार माल-ऐ-गनीमत कहा गया है, और उन्हेइ बेच दिया जाता है । और वे इसे जायज़ मानते हैं। [10/21, 17:28] Lovy Bhardwaj: कुरान की कुछ आयतें जो मुसलमानों को माल-ऐ-गनीमत का आदेश और अधिकार का आदेश देती हैं .... 1. अल्लाह ने तुमसे बहुत सी गनीमतों (लूट) का वादा किया है जो तुम्हारे हाथ आयेंगी l (पारा 26 -सुरत 48 -आयत 20) 2. तो जो कुछ गनीमत (लूट) का माल तुमने हासिल किया है उसे हलाल व् पाक समझ कर खाओ... l (10 - 8 - 69) 3. हे नवी, काफिरों और दान्भिकों के साथ युद्ध करो और उन पर सख्ती करो और उनका ठिकाना जहन्नुम है और बुरी जगह है जहाँ वे पहुंचें l (27 - 66 -9) 4. तो अवश्य इस कुफ्र करने वालों ( नास्तिकों) को यातना का मजा चखाएंगे और अवश्य ही हम उन्हें सबसे बुरा बदला देंगे उस कर्म का जो वे करते हैं (24 - 41 - 27) 5. यह बदला है अल्लाह के शत्रुओं को (जहन्नुम की आग) इसी में उनका घर है l इसके बदले में की हमारी आयतों का इनकार करते थे l (24 - 41 - 28) 6. अल्लाह ने मुनाफिक (अर्थ मुस्लिम) पुरुषों और मुनाफिक स्त्रियों और काफ़िर से जहन्नुम का वादा किया है जिसमे वे सदा रहेंगे यही उन्हें बस अल्लाह ने उन्हें धिक्कार दिया है और उनके लिए स्थाई यातना की है ( 10 - 9 - 68 ) आप यह सब आयतें किसी भी कुरआन से मिला सकते हैं... online भी available हैं ।
Posted on: Tue, 21 Oct 2014 12:11:34 +0000

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