My two bits around the talk of poverty and food @ Rs 12.. ग़रीब दूर तक चलता है खाना खाने के लिए... अमीर मीलों चलता है खाना पचाने के लिए किसी के पास खाने के लिए एक वक़्त की रोटी नहीं और किसी के पास रोटी खाने के लिए वक़्त ही नहीं
Posted on: Fri, 26 Jul 2013 18:39:53 +0000
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