WHY AMIR KHAN IS SO RELUCTANT ON THE TORTURE ON MUSLIM - TopicsExpress



          

WHY AMIR KHAN IS SO RELUCTANT ON THE TORTURE ON MUSLIM WOMEN आमिर खान बहुत महान इंसान हैं, विशेष रूप से हिंदुओं की महिलाओं के तथाकथित समस्याओं के लिए आँसू बहाने के मामले में भी सबसे आगे है इसी वजह से वो समाज सुधारक बने हुए हैं पर दुर्भाग्यवश आमिर खान परोपकार का बुनियादी सिद्धांत भूल जाते हैं जिसमे कहा गया हैं कि charity, that begins at home मतलब कोई भी सुधार सबसे पहले अपने घर से शुरू किया जाता हैं मुस्लिम औरते जो मुस्लिमो की धार्मिक शिक्षाओ की वजह से सिर्फ बच्चा जनने की मशीन बन कर रह गयी हैं, उन्हें तन्हाइयो में अकेले फेक दिया जाता हैं उनके बच्चो को और उनके बेरहमी से पिटा जाता हैं और व्यर्थ की रूढ़ियो की उन्हें मानने के लिए मजबूर किया जाता हैं मगर इसकी परवाह आमिर खान साहब ने कभी नहीं की, कभी मुस्लिम महिलाओ के हक़ के लिए आवाज नहीं उठाई क्यों?? क्योकि इससे इस्लाम का असली चेहरा उजागर होता हैं आमिर खान कभी दुखी नहीं होते मुस्लिम महिलाओ के दर्द पर जो मुस्लिमो के द्वारा महिलाओ को इस्लाम धर्म के अनुसार दिया जाता हैं| आमिर खान सूरा की आयतों में औरतो के खिलाफ दी हुई शिक्षाओ पर दुखी नहीं होते, वह कभी सूरा की निंदनीय आयतों के खिलाफ नहीं बोलते जो मुस्लिम महिलाओ के साथ हिंसक व्यवहार के लिए उकसाती हैं| उम्मीद करती हूँ की एक दिन इन कमीने पुरुषो को हम सबक सिखायेंगे और आजादी से रह सकेंगे बोल सकेंगे हां मैं भी एक गर्वित मुस्लिम हूँ पर मुझे लगता हैं की मेरे पास ऐसा करने के लिए कोई कारण नहीं हैं| मैं भी बुरी तरह से अत्याचारों से सताई हुई गरीब महिला हूँ जो उस महान अल्लाह माफ़ करियेगा महान मोहम्मद के द्वारा लिखी गयी हैं| यह दर्दनाक सच्ची कहानी आमना शाहवानी बलोच के द्वारा लिखी हैं कोशिश करिए की आप खुद आपके मुसलमान भाइ और दोस्त की आखिरी दिन ये सच स्वीकार करे की इस्लाम की गन्दी छवि में महिलाओ की वास्तविक स्थिति क्या हैं| asansolnews.wordpress/2012/11/29/blind-propagandist-amir-khan-dodges-agony-of-muslim-babies-battered-by-parents/
Posted on: Wed, 31 Jul 2013 19:36:24 +0000

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