उसने ना तो हमे देश के नेताओं कि तरह जातियो में बांटा नाही गुरुओं और साधू संतो कि तरह धर्म में..नाही हमारे पड़ोसियों कि तरह दोस्त या दुश्मन में..ना हमारे रिस्तेदारो कि तरह अपने या पराये में..वो जब भी खेलने उतरा पूरे देश को एक कर दिया..एक अजनबी से भी हम ये पूछ लेते थे कि सचिन का स्कोर क्या है..और जब अछे स्कोर सुने उसके साथ ख़ुशी भी बाँट ली बगैर ये पूछे कि वो किस धर्म या जाती से है.. ..भगवान ने जब क्रिकेट खेलने का मूड बनाया तो उसने सचिन तेंदुलकर के रूप में जनम लिया...हमे गर्व है कि भगवान ने भारत देश को चुना और भारत देश के साथ हम भारतीयो का सर ऊँचा किया..भारत रत्न के आप असली हक़दार हो..
Posted on: Sun, 17 Nov 2013 19:01:32 +0000
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