कहाँ है पकिस्तान ? इस - TopicsExpress



          

कहाँ है पकिस्तान ? इस शीर्षक को देख कर लोग जरुर चौंक जायेगे ,क्योंकि लोग उसी पाकिस्तान को जानते हैं , जिसे धर्म के आधार पर भारत को विभाजित करके बनाया गया था .और जो साठ साल से भारत के साथ क्षद्म युद्ध छेड़े हुए है . और आजकल जिसका प्रधान मंत्री नावाज शरीफ है .जिसके इशारे पर नापाक सैनिकों ने भारत की सीमा में घुस कर धोखे से रत को ही हमारे सैनिकों को शहीद कर दिया . लेकिन यह तो पाकिस्तान का वह स्वरूप है ,जो दिखाई देता है .परन्तु एक और पाकिस्तान है ,जो गुप्त रूप से भारत के अन्दर ही मौजूद है ,और लोग उसके बारे में खुल कर मुंह नहीं खोलते . क्योंकि उनके मुंह पर सेकुलर ढक्कन लगा हुआ है .इस गुप्त पाकिस्तान बारे में और इसके मंसूबों के बारे में सही जानकारी के लिए हमें पाकिस्तान की बुनियाद खोदना होगी . 1-पाकिस्तान की पैदायश जिस तरह किसी ईमारत को बनाने के लिए पहले भूमि खरीदी जाती है ,फिर नक्शा बनाया जाता है . तब निर्माण की सामग्री जमा करा कर . किसी इंजिनियर की देखरेख में ईमारत बनवाई जाती है .इसी तरह पाकिस्तान की जमीन तो 29 दिसंबर 1930 को इलाहबाद में तय्यार हो गयी थी . जब अल्लामा इकबाल की अध्यक्षता में मुस्लिम लीग का 25 वां सम्मलेन हुआ था .इसका मुख्य विषय तुर्की की इस्लामी हुकूमत था क्योंकि .सन 1909 तक तुर्की पर खलीफा अब्दुल हामिद राज करता था . जो विश्व के सभी मुसलमानों के लिए वही दर्जा रखता था .जो इसाई देशों में पोप का है . लेकिन 13 अप्रेल सन 1909 को अंगरेज सेना ने समर सेट आर्थर गोघ (Somerset Aurthor Gough के नेतृत्व में खलीफा को गद्दी से उतार दिया था .परन्तु खलीफा ने गद्दी से उतरते समय सभी मुसलमानों को अंगरेजों के विरुद्ध सशश्त्र जिहाद करने का आदेश दे दिया .चूंकि उस समय भारत पर अंगरेजों की हुकूमत थी . इसलए मुसलमान उनके भी शत्रु बन गए . इसे भी खिलाफत मूवमेंट कहा जाता है . इसी लिए इलाहबाद में इकबाल ने कहा था , हो जाये अगर शाहे खुरासां का इशारा , सिजदा न करूँ हिन्द की नापाक जमीं पर यानी अगर तुर्की का खलीफा इशारा भी कर दे तो हम भारत की नापाक जमीन पर नमाज भी नहीं पड़ेंगे . चूँकि नापाक का अर्थ अपवित्र होता है .और उसका विलोम शब्द पाक यानि पवित्र होता है . यही शब्द पाकिस्तान की बुनियाद है . 2-पाकिस्तान के सात अक्षर इकबाल के द्वारा भारत यानि हिंदुस्तान के लिए कहे गए शब्द नापाक का उल्टा या Opposit शब्द पाक होता है .इसी को लेकर पकिस्तान शब्द बनाया गया . जिसका अर्थ पवित्र देश होता . वैसे यह दो शब्दों पाक +स्तान से बना हुआ लगता है .परन्तु उर्दू के इसके सात अक्षर हैं . जिनके हरेक अक्षर से पाकिस्तान के उन हिस्सों या प्रान्तों का पता चलता है ,जो जिन्ना पाकिस्तान में शामिल करना चाहता था . लेकिन कई हिस्से शामिल नहीं हो सके . यह सात अक्षर इस प्रकार हैं 1 .पे -پ -प -= ( पंजाब ) 2 .आलिफ-ا - अ =असम ( पूर्वोत्तर प्रांत ) 3 .काफ़ - ک - क =कश्मीर 4 .सीन - س -स =सिन्ध 5 .ते - ت-त =तराई (गंगा यमुना का सिंचित क्षेत्र ) 6 .अलिफ - ا -अ = अवध ( पूरा यूपी ) 7 .नून - ن -न = निजाम ( हैदराबाद ) इस तरह इन उर्दू के सात अक्षरों से मिलकर पाकिस्तान - پاکستان शब्द बना है .जो उसके क्षेत्र को भी प्रदर्शित करता है .मगर इन में से चार हिस्से असम , कश्मीर , अवध ,तराई और निजाम पकिस्तान को नहीं मिले .जिन्ना ने कराची में जब 14 अगस्त 1947 को पहली बार पाकिस्तान का झंडा फहराया ,तो कहा था कि इन हिन्दुओं ने हमारे साथ धोखा किया ,और आधा अधूरा ,टूटा फूटा पाकिस्तान दे दिया है यह सुन कर सुहरावर्दी ने जिन्ना से कहा था ,आप कुछ समय सब्र करिए ,देखना एक दिन यही हिन्दू पूरा हिंदुस्तान चांदी की तश्तरी पर रख कर आपको पेश कर देंगे . आज यह सेकुलर जिन्ना के उसी सपने को साकार कर रहे हैं .. .पुराने लोगों को याद होगा उन दिनों मुसलमान यह नारा लगाते थे , हंस के लिया है पाकिस्तान ,लड़ के लेंगे हिन्दुस्तान इसी लिए पाकिस्तान किसी बहाने भारत से तब तक लड़ता रहेगा ,जब तक यातो पाकिस्तान मिट जाये या भारत इस्लामी देश बन जाये .लोग कुछ भी करें या कहते रहें पाकिस्तान से दोस्ती कभी नहीं होगी . भारत में पाकिस्तान अब तक उस पकिस्तान की बात बताई गयी ,जो प्रकट दिखाई देता है ,लेकिन एक गुप्त पाकिस्तान भी है ,जो भारत में फैला हुआ है . आप भारत के किसी ऐसे शहर को देखिये जिसके नाम के आगे बाद शब्द लगा हुआ हो , जैसे अहमदाबाद (कर्णा वती ) फैजाबाद (अयोध्या ) अकबराबाद (आगरा ) मुरादाबाद इत्यादि , आप इन सभी शहरों में जाकर देखिये इनमें कई मोहल्ले मुस्लिम बहुल होंगे , वहीँ जिहादी आतंकवादी शरण लेते हैं .जिनकी यहाँ के मुसलमान मदद करते हैं .और जब इन शहरों के मुसलमानों की संख्या इतनी बढ़ जाएगी कि यह शहर फ़ैल कर दुसरे मुस्लिम शहर से मिल जायेंगे तो उतना भाग खुद पाकिस्तान बन जायेगा .यह प्रक्रिया चल रही है . 4-पंचमार्गी या गद्दार विश्व के लगभग सभी देशों को आसपास की सीमाओं पर चारों तरफ से शत्रु से खतरा हो सकता है ,या किसी भी देश पर को चारों तरफ से हमला किया जा सकता है . लेकिन हमारी कमजोरी है कि भारत पर पाँचों तरफ हमला हो रहा है , क्यों भारत के अन्दर पंच मार्गी Fifth columnist मौजूद हैं .अन्दर के गद्दारों के लिए यह शब्द 1938 में उस समय बनाया गया था . जब जर्मन सेना चेकोस्लोवालिया पर हमले की तय्यारी कर रही थी .उस समय जर्मन सेनापति होफमेन Hofman ने हिटलर से कहा था कि हमारी सेना ने चेकोस्लोवालियाCzekoslovakia को पाँचों तरफ से घेर लिया है . हिटलर ने पूछा कैसे ? तो होफ्मेन ने बताया कि जब हमारी सेना चारों तरफ से चेकोस्लोवालिया पर हमला करेगी तो , वहां के अल्प संख्यक जर्मन युवक अंदर से हमारी मदद करेंगे . और ऐसा ही हुआ . उन युवकों ने देश भर में , लूट , हत्या ,वीस्फोट , आतंक और अपहरण की भरमार करके अराजकता फैला दी , जिस से जर्मन सेना को चेकोस्लोवालिया कब्ज़ा करने में देर नहीं लगी . दुर्भाग्य है कि आज भारत कई शहरों में पांचमार्गी मौजूद है . को मौका देख रहें हैं कि कब पाकिस्तान भारत पर हमला करे , और हम खुल कर उसकी मदद करें . अभी तक तो यह लोग इधर उधर आतंकी वारदात करते ही रहते हैं .बाद में उनके साथ सेकुलर भी शामिल हो जायेंगे ! सावधान यह सीमा विवाद या भारत पाक समस्या या आतंकवाद की समस्या नहीं है ,जिसका हल हो जायेगा . यह इस्लामी विस्तारवादी योजना है . जिसका उदेश्य विश्व में इस्लामी राज्य की स्थापना करना है . और इसका जवाब सिर्फ धर्मयुद्ध से ही हो सकता है . समझ लीजिये यदि मारोगे नहीं तो मारे जाओगे !
Posted on: Mon, 02 Dec 2013 08:43:35 +0000

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