गौ-हत्या का विरोध - TopicsExpress



          

गौ-हत्या का विरोध ?? .................................. .........या प्रतीक्षा की जाए ........गर्दन पर तलवार रखे जाने की ................................................... और यह सुनने की ...............कि चल उठ कलमा पढ़ .................................................... मुसलमानों का कल ईद अथवा कहें बकरीद था. मैं अपने परीक्षा के लिए कोलकाता के फूलबगान की तरफ जा रहा था. सीयालदह और फूलबगान के मध्य भीषण जाम था और बस बेहद धीरे धीरे खिसक रही थी. मैं अपनी पुस्तक पढने में व्यस्त था, सहसा मेरे मित्र ने खिड़की के बाहर कुछ देखने को कहा. मैंने जो देखा वो दिल दहलाने वाला था. सड़क पर लगे सरकारी नल पर एक मरे हुए जानवर, जिसकी चमरी उतर ली गयी थी, उसे धोया जा रहा था. जानवर के आकर- प्रकार को देखकर सहज हीं यह अनुमान लगे जा सकता था कि यह जानवर नहीं हमारी गौ माता थी ................................................................. जिसे मुसलमानों के परम पर्व बकरीद के अवसर पर काटा गया था. ............................................................................................... किन्तु हमारा दुर्भाग्य इतना छोटा नहीं था कि सबकुछ यहीं ख़त्म हो जाता. बस जब कुछ और आगे बढ़ी तो मैंने देखा कि कम से कम 50 गएँ सड़क पर हीं खम्भों में बंधी अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रही हैं. ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, कहीं तीन चार मुसलमानों ने किसी गाय को पटक रखा है कोई गाय के गरदन पर चढ़ा है तो किसी ने मजबूती से उसके पैर पकड़ रखा है और कोई मुख के निचे छुरा फिरा रहा है- इसी छुरा फिराने को कहते हैं - हलाल. ................................................................ आपको बता दूँ यह मुसलमानों को छोटी बस्ती है. यदि सड़क पर 50 गाए दिखी हैं तो पूरी बस्ती में 500 कि तो बलि हुई होगी. ऐसे कई बस्तियां है कोलकाता में! मेरा खुद का अनुमान है कि कल इसी शहर में कम से कम 5000 गाये बलि हुई हैं. देश में यह संख्या कितनी होगी यह अनुमान मैं नहीं लगा सकता. ..................................................................................................... उनकी कातर आँखे मुझे मनो मदद को बुला रही हों. और मैं उन सैकड़ों मुसलमानों के सामने खुद को निस्सहाय जान अपना चेहरा छिपा रहा हूँ. ........................................................................... मेरी जानकारी में सनातन धर्म के लिए गो-हत्या देखने से बड़ा पाप कुछ नहीं है. ........................................................... कोलकाता में गायें खुलेआम कटती हैं यह पता था. कई बार दुर्भाग्य से हीं कटी हुई गायों को देखा था. लेकिन कटाने के प्रतीक्षा में खड़ी गायें ........................................................ मुझे पहली बार दिखी ............................................ और इतना निस्सहाय भी मैंने स्वयं को पहली बार पाया. उन मुसलमानों के चहरे पर कुटिल मुस्कान ............................................................... जैसे मुझे कह रही थी कि देखो अभी मुहम्मद गोरी कि दिन बीते नहीं हैं. और मैं मनो हरे पथिक के तरह यह निर्विरोध आँखों में आंसू लिए यह सब स्वीकार कर रहा था. ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, ये निम्नलिखित पंक्तियाँ मेरे मित्र वन्दे मातरम द्वारा लिखी गई हैं, सब राष्ट्रवादी मित्रों से अनुरोध है की इसको ध्यान से पढ़ें और सबके साथ SHARE करके अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं और उन धर्म-निर्पेक्शियों और शर्म-निरपेक्षी SECULAR लोगों के मूंह पर भी फेंक कर मारें जो इस पैशाचिक कुधर्म की पैरवी करते हैं ..... https://facebook/nathugodse/photos_stream ..............................deepa bose Nathuram Godse Why Godse Killed Gandhi??? https://facebook/media/set/?set=a.366271693422039.75475.268844763164733&type=3 (CAUTION:- DEAR FRIENDS, NO TEXT IS WRITTEN BY ME, THIS ONLY AND ONLY A COMPILATION FROM BOOKS AND WEBLINKS.) Sixty one years after the assassination of Mohandas Karamchand Gandhi, a... Community: 4,297 like this
Posted on: Sun, 10 Nov 2013 04:59:30 +0000

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