जर्नलिज्‍म में सात साल - TopicsExpress



          

जर्नलिज्‍म में सात साल के दौरान अपराध की कई दिल दहलाने वाली खबर लिखी हैं मंगलवार की रात डाबला रेलवे स्‍टेशन पर हुई घटना की जानकारी लेते वक्‍त रूह कांपने लगी और जब लिखने की बारी आई तो हाथ कंपकंपाने लग गए ख्‍याल आया कि बेहद संवेदनशील होता जा रहा हू ि‍फर समझ में अाया कि जमाने में ही इतनी क्रूरता समा चुकी है कि रूह का कांपना लाजिमी है ि‍फर एक फूल सी बेटी हो गई दरिंदगी काशिकार चार साल की बच्‍ची डाबला के रेलवे स्‍टेशन पर परिवार के दूसरे बच्‍चों के साथ वाटर कूलर से ठंडा पानी लाने गइ थी एक दरिंदे ने उसे अपनी शिकार बना लिया ि‍फलहाल रात के तीन बजे रहे हैं बच्‍ची नीमकाथाना से रेफर होकर जयपुर के जेके लोन अस्‍पताल पहुंच चुकी है अब वह जिंदगी और मौत से जूझ रही है मालिक करे उसकी जिंदगी सलामत रहे सवाल यह है कि हम कैसी सभ्‍यता की ओर जा रहे हैं
Posted on: Tue, 24 Sep 2013 21:52:04 +0000

Trending Topics



Recently Viewed Topics




© 2015