सिर्फ हिन्दू माँ बाप से जन्म लेने पर कोई हिन्दू नहीं हो जाता , मेरा भावुक मन तमाम उन साम्प्रादायिक नेताओं को हिन्दू कैसे मान ले जो टोपी पहन कर इफ्तार पार्टियों में नमाज तो पढ़ने को सदभाव कहते है , किन्तु ( वोट लेने का ढोंग ) और मंदिरों में विधिवत पूजा / परिक्रमा आदि पर तरह तरह की पाबंदियाँ लगाने पर अपने को सबसे बड़ा धर्म निरपेक्ष कहते है , :( क्या धर्म निरपेक्षता माने येनकेन प्रकारेण हिन्दू नागरिकों को अपमानित करना होता है ?? यह बात समस्त सनातनी हिन्दू मित्रों को समझनी ही होगी तभी हमारी आगामी पीढ़ी भारत को अपना देश कह पाएगी अन्यथा स्थिति विकराल होने में ज्यादा समय शेष नहीं है .....!!
Posted on: Fri, 23 Aug 2013 08:28:53 +0000
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