#2774 "टाइम मिले तो इसे भी पढ़ - TopicsExpress



          

#2774 "टाइम मिले तो इसे भी पढ़ लेना (मेट्रो का लेडीज कोच और वह बच्चा) उस दिन ऑफिस जाने के लिए बदरपुर मेट्रो स्टेशन पर खड़ा था। मेरे आगे एक महिला अपने दो बच्चों, एक लड़का और एक लड़की के साथ खड़ी थी। बच्चे के पहनावे से वह सिख लगती थी। मैं पीछे-पीछे चल रहा था। अचानक वे नजरों से ओझल हो गए। भीड़ काफी थी और मैं प्लैटफॉर्म पर था। मेट्रो आई और मैं चढ़ गया। अचानक वह मां और बच्चे फिर दिखाई दिए। मैंने देखा कि वे मेट्रो के अंदर से ही महिला कोच में जा रहे थे। मां और लड़की तो महिला कोच में घुस गईं, लेकिन लड़का नहीं घुसा। वह 10 वर्ष का रहा होगा। उसकी मां ने उससे महिला कोच में आने के लिए कहा भी, लेकिन वह नहीं गया। उसने साफ कहा- ममी, यह तो महिला कोच है, इसमें जाना मना है। मैं यह सुनकर दंग रह गया। वह चाहता तो आराम से उस कोच में जा सकता था। उसकी उम्र के कई बच्चों को मैंने उसमें सफर करते देखा है। मैंने तो कई ऐसी लड़कियों को भी देखा है जो अपने बॉयफ्रेंड को अपने कोच में लाने के लिए उत्सुक रहती हैं। और उनके मित्र बेशर्मी के साथ लेडीज कोच में चले भी आते हैं। पर यह बच्चा तो मुझे कई बड़ों से ज्यादा समझदार दिखा। मेट्रो में तो कई बड़े-बुजुर्ग भी लाइन में खड़े होने का धैर्य नहीं रख पाते। ऊपर से धक्कामुक्की कर सीट पर बैठने की कोशिश करते हैं। सिविक सेंस का न होना हमारे देश में भारी समस्या है। हां, अगर कम उम्र से ही बच्चों में इसका भाव डाला जाए तो वे आगे चलकर एक बेहतर नागरिक बन सकते हैं। लेकिन हमारे देश में जहां रोजी-रोटी की समस्या ही हल न हो पाई हो वहां सिविक सेंस कोई अजेंडा नहीं बनता। दिल्ली में कोई महिला अकेली दिखे तो लोग उसके साथ अभद्र व्यवहार भी करने से बाज नहीं आते। दरअसल देश में शहरीकरण ढंग से नहीं हो पाया है। सिर्फ उपभोग के साधनों को ही लोगों ने आधुनिकता समझ लिया है। लेकिन एक मॉडर्न समाज के लिए संवेदनशील नागरिकों की जरूरत होती है। पर बेहतर नागरिक बनाने का काम तेजी से नहीं हो पा रहा है। बगैर सिविक सेंस के कोई समाज चल नहीं सकता। उसे यह खोजना ही होगा। अगर उसने ऐसा नहीं किया तो भारी अराजकता हो जाएगी। Sorry Peeps..Lykd so m sharrng.! If u cant undrstnd hindi..plz use a good Translator..Cos Online Translators hve made F*ck Of Such Good Thing! "
Posted on: Mon, 26 Aug 2013 15:14:31 +0000

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