कुछ मित्र एक प्रत्याशी - TopicsExpress



          

कुछ मित्र एक प्रत्याशी विशेष के चयन पर बहुत नाराज़ हैं और पार्टी छोड़ कर जाने की बातें कर रहे हैं। इनमे कुछ मेरे बहुत अच्छे मित्र और तीन साल के आन्दोलन में साथी रहे हैं। आखिर सारे प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए मैंने रात के साढ़े बारह बजे देशराज राघव का नंबर किसी से लेकर उससे बात करी। अब तस्वीर काफी साफ़ हुई है और अब मैं और गर्व के साथ कह सकता हूँ की पार्टी का निर्णय सही है। देशराज से मेरी जो बात हुई वो कुछ इस प्रकार थी: मेरा सवाल: आपके बारे में आरोप है की आप राशन माफिया हो। सच क्या है? देशराज: मेरी बहन को पति के 1982 में मरणोपरांत शौर्य चक्र के साथ पांच किल्ला ज़मीन और राशन दूकान मिली। बाद में मेरी पत्नी को भी राशन दूकान मिली जिसमे बाद में मैं भी हिस्सेदार बना। मेरे भाई अलग एक दूकान चलाते थे। जब मैं मुकेश शर्मा का विरोध करके उससे अलग हुआ तो मुझपर लोकायुक्त जांच बैठवाने की कोशिश हुई जिसे लोकायुक्त ने खुद ही खारिज कर दिय। मेरा सवाल: आपके जीजाजी को शौर्य चक्र मिला था? देशराज: जी। वो नागालैंड में उग्रवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए थे। उनके मरणोपरांत मेरी बहन को ज्ञानी जैल सिंह के हाथों 1982 में शौर्य चक्र मिला। मेरा सवाल: फिर आप पर इतने सवाल क्यों उठ रहे हैं? देशराज: क्यूंकि मुकेश शर्मा अपनी संभावित हार से डरा हुआ है। पहले तो उसने पूर्वांचली, राजस्थानी के नाम पर मुझे टिकेट ना मिले ऐसी कोशिश की, जब सफल नहीं हुआ तो ये सब करवा रहा है। उसने इस काम के लिए बकायदा 2-3 लोगों को लगा रखा है। मेरा सवाल: आप पूर्वांचल से हैं या राजस्थान से? देशराज: मैं राजस्थान से हूँ। मेरे पूर्वज वहाँ एक छोटे से राज्य के राजा थे। अभी भी वहाँ खेती है। मेरा सवाल: मुकेश शर्मा इतना डरा हुआ क्यों है? देशराज: मैं 2012 में निर्दलीय खड़ा हुआ और पार्षद का चुनाव जीता। जनता का बहुत समर्थन है। इसलिए मुकेश शर्मा इतना डरा हुआ है। और सभी जानते हैं की मुकेश शर्मा शीला दिक्षित का दाहिना हाथ है। मेरा सवाल: अगर आपपर राशन माफिया होने का आरोप सच साबित हुआ तो? देशराज: मेरे क्या, मेरे बाप दादा में भी किसी के खिलाफ केस दर्ज हो टीओ मेरा टिकट वापस ले लिया जाए। मैं: ठीक है, धन्यवाद।
Posted on: Sun, 22 Sep 2013 19:41:00 +0000

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