नमस्ते मित्रो,आप सबका आज - TopicsExpress



          

नमस्ते मित्रो,आप सबका आज का दिन शुभ हो! कल आचार्य डॉ. सुरेश कुमारजी के द्वारा आपको कोषागार के सम्बन्ध में जानकारी दी गई आज आचार्य जी के द्वारा आप अपने पूजा घर का वास्तु जान पाएँगे! पूजाघर के वास्तु की उचित जानकारी आपसब के लिए जरुरी है जिससे की भगवान जी की कृपया सदा आप पर बनी रहे! भगवान की कृपया आप पर बनी रहने से आप प्रतिदिन तरक्की की और बढ़ेंगे और सफलता की सीढ़ी चढ़ेंगे! पूजा घर पूजा घर के लिए सर्वोतम जगह ईशान कोण है! ईशान के अतिरिक्त पूर्व व् उत्तर में भी बनाया जा सकता है! पूजा करते समय भी आपका मुह उत्तर,पूर्व या ईशान की और होना चाहिये!घर के पूजा गृह में 9INCH से बड़ी मूर्ति मुर्तिया नहीं होनी चाहिये!बड़ी मुर्तिया मंदिरों में ही शुभ होती है! जहा की उन्हें प्रतिदिन व् बड़ी मात्रा में भोग लगता रहे! घर में २ शिवलिंग,३ गणेश,२ शंख,२ सूर्य प्रतिमा,३ देवी प्रतिमा,२ गोमती चक्र व् २ शालिग्राम नहीं रखने चहिये! मंदिर कभी भी सीढियो के नीचे नहीं बनाना चहिये! मंदिर व् शोचालय की दिवार एक नहीं होनी चहिये! मंदिर व् शोचालय साथ-साथ या आमने-सामने नहीं होने चहिये! DR.SURESH KUMAR : 9811729249 STAR ASTRO VIKALP INTERNATIONAL RESEARCH INSTITUTE Head office: 2142-44, 3rd floor, Vishnu kiran Chamber, Near Bank Street, Gurudwara Road, Karol Bagh, new delhi.
Posted on: Sun, 21 Jul 2013 06:47:08 +0000

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