क्या बात है १२१ करोड़ आबादी वाला ये देश नाअपने लिए शीतल पेय बना सकता है ना हीतेल, साबुन, शैम्पू, खाने पीने कीचीज़ेंl कपड़ा जूता सब कुछ हमे"ब्रांडेड"चाहिए जब सबकुछ हमे विदेशी कंपनियों सेनिर्मित चाहिए तो फिर जब १ डॉलर जो आज से ९ साल पहले तक १७-१८ रु. का हुआ करता थाऔर आज ६० को छू गया तो हम रोते क्यूँहैं? आइये विदेशी अपनाए, अपने हाथों से अपनी किस्मत फोडे और १ डॉलर को १०० रु. तक पहुचाये ... जय श्री राम जय हिन्दू राष्ट्र
Posted on: Thu, 01 Aug 2013 06:48:41 +0000