गद्दार उवाच एक बार फिर जम्मू काश्मीर के मुख्यमंत्री ने साफ़ साफ़ कहा है की "जम्मू काश्मीर भारत के साथ कभी भी एक नहीं हो सकता ---और ये बात इस गद्दार ने यूरोपियन यूनियन के सदस्यों के राजदूतों जिसमे ,पोलेंड ,आस्ट्रिया ,लिथुआनिया ,आयरलैंड आदि से बात करते समय कही --इस हराम की औलाद ने ये भी कहा की काश्मीर मे वाइलेंस की जिम्मेदार यहाँ तैनात सेना है --इसने कहा की केवल विदेश नीति ,करेंसी ,कंम्युनिकेशन और रक्षा के अलावा और किसी भी मुद्दे पर जम्मू काश्मीर भारत के साथ नहीं है ,इस ताजी का झंडा और क़ानून भारत से अलग हैं --आगे और भी आग उगलते हुए ये गद्दार बोला की मेरी सरकार ने भारत सरकार से दबाव डालते हुए कहा है की वो तुरंत AFSPA(Armed Forces Special Powers Act) वापस ले ---- देश वासियों ये उस सरकार के मुख्य मंत्री का बयान है जिस सरकार को कांग्रेस अपना समर्थन दिय हुए है --ऐसे देश द्रोही बयान देकर गाँधी वंस की नाजायज़ औलाद ओमर अब्दुल्ला क्या सिद्ध करना चाहता है --और ये बयान तो और आग मे घी डालने वाला है जब की जम्मू काश्मीर मे आज और लगातार मिलिटेंस हमले करते आ रही है ---- ये बयान इस बात को और पुष्ट करतें हैं की जम्मू काश्मीर से अविलम्ब धारा ३५६ हटनी चाहिए और इसको यथावत भारत मे अन्य राज्यों की भांति शामिल करना चाहिए ---जो इस बात का समर्थन करतें हैं वो इस पोस्ट को यथासंभव शेअर करें --कॉपी -पेस्ट करें -- जय जन जय भारत
Posted on: Fri, 27 Sep 2013 05:41:26 +0000